पूर्वी विवाद?पूर्वी विवाद पर यूरोपियन देशों का दृष्टिकोण
B.A HISTORY HONOURS
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पूर्वी विवाद क्या है पूर्वी विवाद पर यूरोपियन देशों का दृष्टिकोण
तुर्कों का अपनी सत्ता के चरमोत्कर्ष काल में समस्त बाल्कन क्षेत्र एशिया माइनर, सीरिया , मेसोपोटामिया, अरब, मिश्र और अफ्रीका के समस्त उत्तरी तट पर शासन था
राज्य के अधिकांश निवासी ईसाई थे अनेक शताब्दियों तक ईसाई जनसंख्या पर मुस्लिम शासकों ने शासन किया . तुर्कों के क्रूर एवं बर्बर शासन के अधीन दयनीय जीवन व्यतीत करते रहे यद्यपि धार्मिक दृष्टि से तुर्की शासन असहिष्णुता नहीं था परंतु या शासन अयोग्य एवं प्रगति और प्रशासन निरंकुश एवं बर्बर हो जाता था
ऑटोमन साम्राज्य के पतन होने के कारण
(1)19वीं शताब्दी के प्रचलित यूरोपीय राज्य प्रणाली में बहुभाषी साम्राज्य का अस्तित्व एक स्पष्ट चुनौती थी पश्चिम एशिया के यंत्र-तंत्र बिखरे भू-क्षेत्र मिश्र और कुछ दीपू के अतिरिक्त पूर्वी यूरोप का बहुत बड़ा क्षेत्र इस साम्राज्य के अंतर्गत आता था उन्नीसवीं शताब्दी में समस्त यूरोप
में राष्ट्रवाद स्वतंत्रता और समानता की पवित्र भावनाओं का व्यापक प्रसार हो चुका था ऑटोमन साम्राज्य के अधिकांश यूरोपीय भागों में राष्ट्रवाद एवं स्वतंत्रता की उल्लेखित भावनाओं का अभिभावक हो चुका था
(2) रूस बाल्कन क्षेत्र की धार्मिक तथा जातिगत भावनाओं से संबंधित था और तुर्की कुशासन से बाल्कन लोगों की रक्षा का रूस के शासक ने दावा किया उसकी महत्वकांचा के अनुरूप जार की सहानुभूति थी और सामरिक एवं राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण भूमध्य सागर तक सुगम मार्ग प्राप्त करने की प्रबल इच्छा थी समीपवर्ती पूर्व में तुर्की साम्राज्य को विघटन करना तथा कुस्तुनतुनिया पर अधिकार करना रूस की नीति के दो मुख्य उद्देश्य यह संभव ना होने पर तुर्की के सुल्तान को अनेक असमान संधियों के लिए बाध्य करना था जिससे तुर्की रूस के स्वामित्व में एक अधीन राज्य के रूप में रहे इसके पूर्व कटचुप, केनाडरजी एवं बुकारेस्ट जैसी अनेक संधि पहले ही हो चुकी थी जिसके अंतर्गत रूस के जार को तुर्की के आंतरिक प्रशासन के कुछ विषयों में हस्तक्षेप करने का अधिकार पहले ही प्राप्त हो चुका था
अन्य देशों की दृष्टिकोण
ऑस्ट्रिया का दृष्टिकोण :-
बाल्कन में ऑस्ट्रिया के राष्ट्रीय हित रूस तथा ब्रिटेन की अपेक्षा अधिक महत्वपूर्ण थे ऑस्ट्रिया का अधिकांश क्षेत्र भू भाग्य था वहां केवल एड्रियाटिक सागर के शीर्ष का एक छोटा समुद्र तट था यहां उनकी स्थिति अत्यधिक कठिन थी ऑस्ट्रिया को समुद्री मार्ग की अति आवश्यकता थी
विशाल समुद्री क्षेत्र के लिए आर्थिक दृष्टि से सुरक्षित मार्ग अनिवार्य था दक्षिण पूर्व दिशा में विस्तार अनिवार्य था इसके अतिरिक्त उसकी अधिकांश वाणिज्य की गतिविधियां बंदरगाह ना होने के कारण डेन्यूब घाटी से होकर संचालित होती थी
डेन्यूब नदी के मुहाने पर रूस के प्रभुत्व की अस्थापना को रोकना ऑस्ट्रेलिया के हित में था इस प्रकार राष्ट्रीय बाल्कन क्षेत्र में रूस का प्रतिद्वंदी था 19वीं शताब्दी के पूर्वार्ध में ऑस्ट्रिया ने समीपवर्ती पूर्वी में कोई सक्रिय भाग नहीं लिया लेकिन उसकी गतिविधियां के प्रति सतर्क और सजग रहा उसकी महत्वाकांक्षा का वैध राजवंशों के पुनः स्थापन के सिद्धांत द्वारा मेटरनिख के विरोध किया लेकिन ऑस्ट्रिया के इटली और जर्मनी से निष्कासन के बाद तुर्की के मूल्य पर क्षतिपूर्ति के रूप में प्राप्त करने के उद्देश्य से दक्षिण-पूर्व की ओर ध्यान केंद्रित किया इसके अतिरिक्त रूस द्वारा प्रोत्साहन प्राप्त कर क्षेत्र में सर्व_स्लाव आंदोलनों की जो स्लाव के जातिगत जागरूकता को उदयलित कर रहा था विकसित होने का भय था इस बात से बहुत निराश था कि उसके खुद को दक्षिणी क्षेत्र में आंदोलन को परिवर्तन ना कर दे
फ्रांस का दृष्टिकोण:- पूर्वी विवाद में फ्रांस के वाणिज्य एवं धार्मिक स्वार्थ निहित थे फ्रांस के तुर्की के परंपरागत मित्र होने के कारण उसे अनेक व्यापारिक विशेष अधिकार प्राप्त थे और उसे सीरिया तथा मिस्र में अपने व्यापारिक गतिविधियों का विस्तार करने में गहन रूचि थी
इसके अतिरिक्त व पूर्व में रोमन कैथोलिक धर्म के मानने वालों का रक्षक भी था लेकिन परंपरागत मित्रता के बावजूद भी फ्रांस कभी भी तुर्की का लगातार उत्साही समर्थक नहीं रहा पूर्वी विवाद में भूमध्य सागरीय नौसैनिक तथा वाणिज्यिक गतिविधियों तक ही फ्रांस का मुख्य संबंध था फ्रांस किसी भी स्थिति में अपने राजनीतिक प्रभुत्व को मिस्र से क्षतिग्रस्त नहीं होने देना चाहता था
जर्मनी का दृष्टिकोण:- 19वीं शताब्दी के अंतिम 25 वर्षों तक जर्मनी समीपवर्ती पूर्व के विवाद से आकर्षित नहीं हुआ बिस्मार्क ने बाल्कन के जटिल समस्याओं से खुद को अलग रखा और टिप्पणी की समस्त पूर्वी विवाद पूर्ण रूप से निरर्थक एवं अनुपयुक्त है लेकिन बर्लिन सम्मेलन के समय सन 1878 ई. में उसने एक इमानदार दलाल के रूप में कार्य किया और ऑस्ट्रिया को मित्र बनाने के रूस के प्रयास को अवरुद्ध किया था तदोपरांत जर्मनी ने पूर्व में महान कूटनीतिक गतिविधियों के विकास करने तुर्की के साथ मातृत्व भाव बढ़ाने उसकी सेना को प्रशिक्षण देने और बगदाद रेलवे का निर्माण करने के लिए जर्मनी के पूंजी वादियों को अनुमति प्राप्त करने का कार्य आरंभ किया
इंग्लैंड का दृष्टिकोण:- ब्रिटिश समीपवर्ती पूर्व में रूसी की निरंतर बढ़ती हुई नीतियों से चिंतित था तुर्की के प्रति रूस की महत्वाकांक्षी योजना के प्रति संदेह ब्रिटिश नीति का मुख्य आधार था ब्रिटिश मंत्रियों का मानना था कि पूर्व में रूस का विस्तार ब्रिटिश हितों के लिए बहुत घातक हो सकता है ब्रिटिश सरकार को संदेह था कि रूस के कुस्तुनतुनिया पर नियंत्रण से ब्रिटिश सरकार की भारतीय अधिपथीय में स्थिति दुर्बल हो जाएगी उनको रूस की गतिविधियों से एशिया में ब्रिटिश हितों को आघात पहुंचाने की आशंका रहती थी पूर्वी विवाद के संदर्भ में रूस तथा ब्रिटेन के मध्य शत्रुता का विकास हो गया पूर्वी भूमध्य सागर में ब्रिटेन के सार्वजनिक ब्रिटेन के वाणिज्यक थे तथा रूस की विकासवादी योजना एवं कार्यक्रम था ब्रिटिश सरकार निष्क्रिय भी नहीं रह सकती थी 19वीं शताब्दी में रूस के साम्राज्यवादी आक्रमण के विरुद्ध इंग्लैंड तुर्की का संरक्षक बना रहा ब्रिटिश सरकार की मूल नीति रूस के सैनिक अभियान को अवरुद्ध कर के करके ऑटोमन साम्राज्य की एकता तथा अखंडता को बनाए रखना ही तुर्की के संभावित स्थान पुनरुत्थान में उसका विश्वास था उसकी प्रबल इच्छा थी कि तुर्की को अनुकूल अवसर प्रदान किए जाएं जिससे वह एक महत्वपूर्ण शक्ति बन जाए और उसके विस्तार को रोकने में तो इंग्लैंड सफल रहा परंतु ऑटोमन साम्राज्य के विघटन को नहीं रोक सका इंग्लैंड खुद को तुर्की का संरक्षक घोषित करता था तुर्की साम्राज्य के विघटन का सबसे सर्वाधिक लाभ उसे ही मिला
Thanks faij mastanamy youtube chanbel
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